यूपी की राजधानी लखनऊ में हुए CAA-NRC को लेकर हिंसक प्रदर्शन की गूंज आज तक लोगों के कानो में सुनाई देती है, उस मंज़र को आज तक कोई भूला नहीं सका. प्रदर्शन के बाद भी योगी सरकार का एक्शन प्रदर्शनकारियों के लिए आज भी जारी है.
दरअसल, पिछले साल दिसंबर में हुए हिंसक प्रदर्शन के बाद सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुचाने के आरोप में लखनऊ पुलिस पिछले कई दिनों में कई लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है और साथ ही कई आरोपितों की संपत्ति लेकर सरकारी नुक्सान की भरपाई भी की गई है. इसी के चलते पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर 5 हज़ार का इनाम रखा है और इनके पोस्टर लगवा दिए हैं. इनमे से एक आरोपी के पिता को हिरासत में लिया गया है, मगर आरोपी अब तक फरार है.

पुलिस के मुताबिक़, जिन प्रदर्शनकारियों पर 5 हज़ार का इनाम है, उनमे से 8 को गैंगस्टर के मुक़दमे में वांटेड करार दिया गया है. इन आरोपियों के घरों के बाहर नोटिस समेत पोस्टर तक लगाए गए हैं. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों में से एक आरोपी के पिता नईम को हिरासत में लिया है. इसपर नईम का कहना है कि पुलिस ने जबरन उन्हें हिरासत में लिया और छुड़ाने आए उनके बाकि परिवार के सदस्यों के साथ मार-पीट भी की.

सूत्रों के अनुसार, लखनऊ पुलिस ने जिन मौलाना सैफ अब्बास का फोटो पोस्टर पर लगाया है, वह अपने घर में ही कही छिपा बैठा है और बाकि के अन्य आरोपी भी अपने-अपने घरों में छुपे बैठे हैं. पुलिस का मन्ना है… अगर उन्होंने मौलाना को अरेस्ट किया तो कही उनके समर्थन में कई लोग प्रदर्शन कर सकते हैं, इसीलिए पुलिस उन्हें ढूंढ नहीं पा रही है और उन तक पहुंचने में संकोच कर रही है.


इस मामले में पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट तैयार की है. दंगाइयों ने पुलिस चौकी तक में आग लगा दी और यहां तक की आम लोगों पर भी हमला किया था, जिसके चलते पुलिस ने आगजनी, तोड़फोड़, लोक संपत्ति नुकसान निवारण अधिनियम, मारपीट या सरकारी कार्य में बाधा समेत अन्य धाराओं को लेकर लगभग 63 मकदमे दर्ज किए.
इसके बाद यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रदर्शन में हुए नुक्सान की भरपाई के लिए दंगाइयों से वसूलने के निर्देश पुलिस को दिए थे, जिसके चलते अबतक लखनंऊ पुलिस कई आरोपियों से वसूली कर चुकी है और कई आरोपियों को गिरफ्तार भी कर चुकी है.