रूसी राष्ट्रपति पुतिन अभी 68 साल के हो चुके हैं और उन्होने राष्ट्रपति पद पर रहते हुए भी काफी समय हो गया है उन्होंने 7 मई 2000 को राष्ट्रपति पद संभाला था। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन इन दिनों कोरोना वायरस की वैक्सीन को लेकर काफी सक्रिय रूप से काम कर रहे है, और वे अपने देश के लोगों के सुरक्षा का ध्यान रखने के लिए यह ठोस कदम उठा रहे है। दूसरी ओर वो खुद एक गंभीर बीमारी से लड़ रहे है। इसी बीमारी के वजह से वो अब जल्द ही अपने पद से हट जाएंगे।
वो इस बीमारी की वजह से काफी परेशान जिसके वजह से उनकी दिनों बेटियां उन्हें पद छोड़ने के लिए मना रही हैं। सुनने में यह भी आया है कि रूसी राष्ट्रपति पुतिन का परिवार उन्हें बेहद प्यार करता है और उनकी बीमारी को देख वे लोग लगातार उन्हे आराम करने को बोल रहे है। पुतिन की गर्लफ्रेंड जिमनास्ट अलीना कबाइवा और उनकी दो बेटियों ने उनसे इस्तीफा देने की लगातार अपील कर रहीं है। पुतिन ने जनवरी में ही अपने हैंडओवर प्लान को सार्वजनिक करने का इरादा किया था।
पुतिन पार्किंसन नामक घातक बीमारी से पीड़ित हैं क्योंकि हाल ही में उनमें इस बीमारी के लक्षण देखे गए थे। जब राष्ट्रपति पुतिन के पैरों के लगातार हिलते हुए देखा गया है, जो इस बीमारी का लक्षण है।
पुतिन के पैरों में कपन होने के साथ उनकी उंगलियों में भी बहुत समस्या है और इसका हाल ही में फुटेज भी सामने देखा गया था। पुतिन के पद छोड़ने की अटकलें ऐसे समय में सामने आई हैं जब रूसी विधायक राष्ट्रपति द्वारा प्रस्तावित कानून पर विचार कर रहे हैं जो पूर्व राष्ट्रपतियों को आपराधिक अभियोजन से जीवन भर की प्रतिरक्षा करने वाला है।
इस नए विधेयक को खुद पुतिन ने ही पेश किया था और इसके मुताबिक पुतिन के जिंदा रहने तक उन्हें कानूनी कार्रवाई से छूट रहेगी और राज्य की ओर से उन्हें सभी सुविधाएं मिलती रहेंगी। रूस के सरकारी चैनल आरटी के मुताबिक यह विधेयक रूस में सत्ता के हस्तांतरण का संकेत मिला है।. रूस में ऐसा पहली बार नहीं है जब लोगों ने ऐसी अटकलें लगाई हैं कि पुतिन को पार्किंसन की बीमारी है।