मंगलवार शाम शातिर बदमाश प्रमोद ने पहले अपने भाई को चाकू मारकर घायल कर दिया। घर से भागा तो दूसरे गांव में एक बच्ची का अपहरण कर गन्ने के खेत में ले गया, वहां उससे दरिंदगी की। सुबह पुलिस ने उसे पकड़ा तो बाइक से सिपाही को गिराकर उसकी सरकारी पिस्टल लेकर भाग निकला। गनीमत रही कुछ ही देर में पुलिस ने घेराबंदी कर बदमाश को मुठभेड़ में पकड़ लिया। उसके पैर में गोली लगी है।
आपको बता दें कि भुता थाना क्षेत्र के गांव बंजरिया निवासी प्रमोद बीते एक साल से एक बालक से दुष्कर्म जेल में बंद था। पिछले सप्ताह ही वह जेल से जमानत पर छूटकर आया। मंगलवार शाम को प्रमोद का अपने भाई से झगड़ा हो गया। उसने चाकू मारकर उसे घायल कर दिया। उसके बाद प्रमोद पास के ही एक गांव में शाम छह बजे पहुंचा। बता दें कि वहां लकड़ी बीन रही 10 वर्षीय बालिका को अकेले देख खींचकर गन्ने के खेत में खींचकर ले गया और उसके साथ दुष्कर्म किया। बालिका के लापता होने पर परिजन समेत गांव के कई लोग तलाश में जुट गए। देर रात करीब दो बजे गांव में ट्रांसफार्मर के पास खेत में बालिका बेसुध पड़ी मिली। उसने परिजनों को पूरी बात बताई। मौके पर पहुंची पुलिस ने पिता की तहरीर पर आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी। चूंकि घटना कुछ घंटों पहले ही की थी, लिहाजा पुलिस समझ गई कि आरोपी अभी भाग नहीं पाया होगा। पुलिस ने घेराबंदी शुरू कर दी। पुलिस के साथ ही गुस्साए ग्रामीण भी प्रमोद की घेराबंदी में जुट गए। सुबह करीब आठ बजे पुलिस को सूचना मिली की बंजरिया गांव के जंगल के पास प्रमोद को देखा गया था। इसके बाद पुलिस ने घेरकर उसे पकड़ लिया। सिपाही जितिन कुमार उसे बाइक पर बैठाकर थाने ले जा रहा था लेकिन रास्ते में उसने बाइक गिरा दी और जितिन की कमर में लगी पिस्टल छीनकर भागने लगा। सूचना मिलते ही थाने से पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गई। कैलाश नदी किनारे कटरी में प्रमोद को घेर लिया गया। एसओ वेदपाल सिंह ने बताया कि खुद को घिरा देखकर प्रमोद ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। बता दें कि जवाबी फायरिंग में उसके दाहिने पैर में गोली लगी। इसके बाद पुलिसकर्मियों ने प्रमोद को पकड़ लिया। उसके पास से सरकारी पिस्टल भी बरामद हो गई। एसओ ने बताया कि प्रमोद पर क्योलड़िया व भुता थाने में लूट, हत्या, दुष्कर्म के आधा दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं। प्रमोद पर हिमाचल प्रदेश में भी बालिका से छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज है।