सर्राफा बाजारों में सोना चाँदी के कीमतों को बढोत्तरी और गिरावट होते रहना साधारण बात है। यह उतार चढ़ाव का सिलसिला सोने एवम चांदी के दामों में जारी रहता है। सोना और चांदी दोनो ही ऐसे धातु हैं जिनमें सबसे अधिक उतार चढ़ाव लगा रहता हैं। इन धातुओं के भावों में अंर्तराष्ट्रीय बाजार का भी बहुत प्रभाव पड़ता है।
इन सारे उतार चढ़ाव के बीच अब आने वाले महीने में इन दोनों धातुओं के भावों को लेकर अनुमान लगाया जा रहा है। लेकिन यह अनुमान कितना सटीक बैठता है यह तो वक़्त ही बताएगा। जानकारों के मुताबिक इस बात की उम्मीद जताई जा रही है कि आने वाले साल के फरवरी महीने में सोने के कीमतों में 5000 रुपए तक कि गिरावट हो सकती है। केवल सोने ही नही चाँदी के कीमतों में भी इसी तरह की गिरावट देखने को मिली है। ऐसे में जो लोग सोने या चाँदी में निवेश करना चाहते हैं उनके लिए यह समय बहुत अच्छा होगा।
आपकी जानकारी के लिए बता दें की, जब भी आर्थिक मुसीबत आती है, आर्थिक संकट की स्थिति अपने चरम पर होती है उस वक़्त में सोने में निवेश में अधिकता आ जाती है। इस वक़्त भी कोरोना के महामारी में दुनिया का यही हाल हुआ है। कोरोना संकट में सोना धातु ले निवेश में बहुत बढोत्तरी हुई है। उस समय सोने चाँदी के निवेश में जमकर बढोत्तरी हुई लेकिन अब इसमें गिरावट जारी है।
बता दें कि सोने अथवा चाँदी धातु के निवेश में बढ़त के साथ ही हाल में ही सोने के भाव मे गिरावट आने लगी है,और यह सिलसिला लगातार जारी है। इस दौरान पड़ रहे त्यौहार के सीजन और शादियों के सीजन में सोने के भाव मे कुछ बढोत्तरी देखने को मिली थी,लेकिन यदि यह दोनो चीजें हटा दें तो सोने के दाम में गिरावट जारी है।